रूस-यूक्रेन विवाद: रूस (Russia) के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने पूर्वी यूक्रेन (Ukraine) में रूस समर्थित अलगाववादी इलाकों को अलग देश के रूप में मान्यता दे दी है। रूस के इस कदम के बाद यूक्रेन पर रूस के हमले की आशंका बढ़ गई है।
राष्ट्रपति की सुरक्षा परिषद की बैठक के बाद पुतिन ने उक्त घोषणा की। इस फैसले के बाद अब अलगावादी क्षेत्रों में सेना और हथियार भेजने का रास्ता साफ हो गया है।
पश्चिमी देशों इस बात से डरे हुए हैं कि रूस कभी भी यूक्रेन पर अटैक कर सकते हैं। इसके लिए पूर्वी यूक्रेन में हो रही झड़प को हमले के लिए बहाने के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रूस ने यूक्रेन की उत्तरी सीमा से लगे बेलारूस में 30 हजार सैनिक तैनात कर दिए हैं। इसके अलावा यूक्रेन बार्डर पर डेढ़ लाख सैनिको, फाइटर प्लेन के साथा अन्य तैयारी की गई है।
यूक्रेन संकट के चलते यूनाइटेड नेशन्स (UN) ने एक इमरजेंसी बैठक बुलाई है। इधर भारत ने सभी से संयम रखने कहा है। यूएन चीफ एंटोनियो गुतारेस ने कहा है कि रूस का फैसला यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता का उल्लंघन है।
Secretary-General @antonioguterres considers the decision of the Russian Federation to be a violation of the territorial integrity and sovereignty of Ukraine and inconsistent with the principles of the Charter of the United Nations. https://t.co/B3iEl3QyIW pic.twitter.com/lTAtV7WATr
— UN Spokesperson (@UN_Spokesperson) February 21, 2022
युद्ध जैसे हालात बने
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जैसी स्थिति हो गई है। यूक्रेन के कुछ जगहों पर धमाके की खबर है। इस पर यूक्रेन का कहना है कि रूस ने अब तक हमला नहीं किया है। इधर अमेरिका सहित लगभग सभी यूरोपीय देश युद्ध को टालने के लिए प्रयासरत हैं। इसे लेकर भारत ने मंगलवार को यूएनएससी में कहा कि यूक्रेन में मौजूद भारत के 20 हजार से ज्यादा छात्रों और नागरिकों की सुरक्षा हमारी सबसे प्राथमिकता है। भारत ने कहा कि रूस और यूक्रेन को इस मामले का समाधान बातचीत के जरिए निकालने चाहिए।
फेसबुक पर हुई दोस्ती, प्यार में बदली, शादी से पहले ही दूल्हा और परिवार खत्म